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Funny quato

Aajkal har college mein nayi kahani ban jati hai Ladkiyo ko dekhkar ladko ki banhe tan jati hai Chahe kuch bhi na ho ladke ladki mein par Ladki ladke ke dosto ki bhabhi jarur ban jati hai

काश!! कह देती मुझे प्यार है तुमसे

यूं तो ज़िंदगी मेरी गमगी़न थी ही हमेशा से पर इक अधूरी ख्वाहिश ने मौत से रूबरू करवा दिया इसे मन था कि कहें  वो भी मुझे कभी "I love you" आगे से पर हमेशा कहती थी  वो मन ही नहीं अभी, जब होगा तब बोलूँगी दिन गुज़रते रहे, रातें गुज़रती रही दिन नम थे, रातें भीगी हुई बारिशें जो होती थी मेरी आँखों से अक्सर उन दिनों करती थी वो मेरी धडकनों से गुफ्तगू थम जायेंगे दोनों यूं ही वक्त के साथ वो मगरूर है अपने में ही अपने वक़्त के साथ छोडते हैं ना उस दर्द का साथ ऐसा भी कोई हमदर्द होता है क्या जो छोड देता है अपने हमदर्द का हाथ यूं बेपनाह चाहकर उसको क्या मिला मुझे खोयी हुई नींदें , भीगी हुई पलकें टूटे हुये सपने, बेचैन धडकनें लबों की खामोशी, आँखों का इंतजार  और अधूरा मेरा संसार जिसको है अभी भी उसी का इंतजार  दिल को है ये उम्मीद अभी भी कि कभी तो कहेगी वो मुझसे कि मुझे प्यार है तुमसे क्यूँकि किया था उसने वादा मुझसे मुझे चुराने का मेरे साथ जीने मरने का, मुझे अपना बनाने का, पर शायद भूल गई थी वो शायद याद्दाश्त कमजोर थी उसकी ये सोचकर दिल तसल्ली देता रहा खुद को पर टूट गया इक दिन अचानक ही जब देखा उसे किसी

नफरत

उसकी नफरत का तरीका तो देखो यारो मुझसे कहती थी मुझे नफ़रत है तुमसे और ये कहके सारी रात रोती थी गवाह है उसके तकिये पे पडे धब्बे इस बात के गवाह है उसका रूमाल जिसमें समाया है उसके नमकीन आंसूओं का स्वाद                  जब भी कोई कहता था मेरे बारे में गलत तो उसके कान सुनते नहीं थे इक लफ़्ज़ भी मेरे खिलाफ़ और वो मुझसे कहती थी मुझे नफ़रत है तुमसे लोग जब भी उडाते थे मजाक मेरा भगा देती थी सबको मेरी ढा़ल बनकर और वो मुझसे कहती थी मुझे नफ़रत है तुमसे जब भी होती थी सामने वो मेरे करती थी दिखावा मुझसे नफ़रत करने का जब हुआ इक 'accident' मेरा उठाके मुझे रोते-रोते ले गयी थी वो hospital में  सायें की तरह रही थी मेरे पास जब तक जख्म मेरे भर नहीं गये और पूछने पर मेरे 'क्या तुमको प्यार है मुझसे? तो उसने यही कहा था 'मुझे नफ़रत है तुमसे' क्यूं कहती थी वो ऐसा ये बात मुझे आज परेशान नहीं करती नींद में मेरी, उसके लब आज भी कहते नहीं दिखते कि मुझे नफ़रत है तुमसे हो भी क्यूं ऐसा क्यूं की एक बार सिसकियां भरते हुए आँखों में आसमां समेटे हुए बाहों में बाहे डालके अकेले में ले जा के कहा था उसने कहाँ छुप

याद

जो रहती नहीं थी, मेरे बिना एक पल भी उसे अब मेरी कभी, याद नहीं आती एक मेरा दिल था पागल, कुछ ज़्यादा ही धड़कन अब भी बिन उसके, धडक नहीं पाती वो ख़ुश है बहुत बिना मेरे, ज़िंदगी में अपने एक मेरी सांसे है, जो बिन उसके चल नहीं पाती चाँद था जिसकी, रातों का मैं अब मुझे वो, चाँदनी नहीं भाती तडपते रहता हूँ, रात-भर ​​यादों में उसकी बिन याद किये उसको, मुझे नींद जो नहीं आती क्यूँ खफा हुई, खुशी मेरी मुझसे क्यूँ लबों पे मेरे वो हंसी, अब नजर नहीं आती जिसका एक पल, कटता नहीं था मेरे बिना क्यूँ उसे मेरी, कभी याद नहीं आती ज़िन्दगी में ये याद है सब कुछ उसे बस मेरी याद नहीं आती बस मेरी याद नहीं आती

एक बेचारा पति और उसकी खतरनाक बीबी

किस्मत फूटी है भाई मेरी, नौकरी वाली है लुगाई मेरी मैं बैठे बैठे खाता हूँ, वो दिन-भर काम पे होती हैं  मैं  दिन-भर whatsapp चलाता हूँ, वो आफिस में busy  होती हैं वो जब भी सोने जाती है, मैं उसके पैर दबाता हूँ मैं जब भी मना कर देता हूँ, वो कर देती है कुटाई मेरी किस्मत फूटी है भाई मेरी, नौकरी वाली है लुगाई मेरी मैं बरतन माँजने जाता हूँ,  वो जाकर के नहा लेती हैं मैं बनाकर खाना लाता हूँ, वो आकर के खा लेती है वो Sunday को दिन-भर ले-ले कर खर्राटे सोती है और काम के time उसकी, उसकी मम्मी से बातें होती है कभी-कभी मैं सोचता हूँ, क्यूँ  हुई उससे सगाई मेरी किस्मत फूटी है भाई मेरी, नौकरी वाली है लुगाई मेरी वो और सहेलियाँ उसकी, किट्टी करती रहती हैं कभी पिज्जा, कभी बर्गर , महफ़िल चलती रहती हैं मैं कर-कर के घर के काम, बहुत ज़्यादा थक जाता हूँ अपनी  इस मजबूरी को, किसी से न कह पाता हूँ रौब दिखाकर कहती है, धोनी होगी सलवार मेरी किस्मत फूटी है भाई मेरी, नौकरी वाली है लुगाई मेरी

Main bhi toot jata hu #sadpoetry #sadshayri #hindishayri #emotionalshayri #heartbroken #sadstory #dilkidhadkan #quotes #sadquotes #sadstaus

Tum jo rooth jati ho, main mar sa jata hu          Tum bhi toot jati ho, main bhi toot jata hu Gayeb hui hansi meri, Shayad tumhari bhi huyi hogi                                                                            jab bhi hui tumse ladayi, ankhein tumhari bhi bhigi hogi                                                                    kyu na ab se aisa ho                                                  dil phir se apna tanha na ho                                baat meri maan liya kro naa, ki phir se koi shikva naa ho Gum nhi chahiye humko, pta tumhe bhi hai        pyaar naa shi, kuch ajab saa tumhe bhi hai        jab hai hi to isko pura kar do naa                      mahsus ho khushi mujhe bhi, hansi se jholi bhar do naa Judayi kyu she, jab alag reh nhi paate                  tut gya ander hi ander, tumse kah bhi nhi paate  tumse baat kiye bina, hum rah nhi paate hai        Tum jo rooth jate ho, hum mar se jaate hai Charcha hoti hai apni bhi, "mahfil e ishq" mein